हमारी दिनचर्या में नींद एक प्राकृतिक और आवश्यक है। यह हमारे शरीर और मस्तिष्क को आराम देती हैं और हमें ऊर्जा प्रदान करती हैं जो कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक हैं। गहरी वे संपूर्ण नींद से हमारे मन और शरीर को संपूर्ण विश्राम मिलता है। जिससे हम खुद को ताजा और ऊर्जावान महसूस करते हैं अधूरी या गहरी नींद ना होने के कारण व्यक्ति में दुख, दुर्बलता, कमजोरी आलस्य जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
सोने की कोशिश करने पर भी व्यक्ति सोने में असमर्थ होता है तथा व्यक्ति का मन लगातार अतीत की घटनाओं के बारे में सोचता और विचार करता रहता है तथा कहीं तरह की चिंता उसके मन में चलती रहती हैं। उसका मन बेचैन एवं अस्तर रहता है। यह सब असामान्य किसी के साथ भी हो सकता है। इसके अलावा यदि व्यक्ति में दूसरी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। बहुत देर तक सोने के बाद भी खुद को आलसी और थका हुआ महसूस करता है।
● अच्छी नींद के फायदे।
रात में संपूर्ण और गहरी नींद लेने वाले व्यक्ति अनिंद्रा से ग्रस्त लोगों की तुलना में ज्यादा स्वस्थ होते हैं। इसके अलावा और भी फायदे हैं चलिए इसके बारे में जानते हैं।
• नींद हमारी धमनियों को प्रभावित करती हैं। पर्याप्त नींद न लेने से ब्लड प्रेशर तथा हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्याएं होने की आशंका अधिक रहती हैं।और इससे हृदय रोग पर भी बुरा असर पड़ता है। एक वयस्क व्यक्ति के लिए 6 से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है।
• अच्छी नींद ना आने से तनाव बढ़ता है तथा उच्च रक्तचाप Hypertensionकी समस्या हो सकती हैं। उच्च रक्तचाप दिल के रोगों को जन्म देता है जबकि गहरी नींद व्यक्ति को इन सब से दूर रखती हैं।
• देर रात तक जाग कर काम करने वालों में ब्रेस्ट और कोलोन कैंसर की संभावना अधिक होती है तेज रोशनी से मेलाटोनिन हार्मोन प्रभावित होता है। रोशनी और नींद कम होने से ट्यूमर का विकास होता है जो कैंसर को जन्म देता है।
• रात की संपूर्ण और पर्याप्त नींद के कारण आप स्वयं को ऊर्जावान महसूस करते हैं। भरपूर ऊर्जा से भरे होने के कारण आप बेहतर तरीके से काम कर पाते हैं और थकावट महसूस नहीं करते।
• पर्याप्त नींद लेने वाले व्यक्तियों की याददाश्त अच्छी होती हैं वह ज्यादा जल्दी चीजों को संभल कर लंबे समय तक उन्हें याद रख पाते हैं।
• कम सोने वालों में कई बार वजन बढ़ने की समस्या भी उत्पन्न हो जाती हैं।
• कम सोने के कारण हार्मोन असंतुलन का खतरा रहता है जिससे अधिक भूख लगती हैं।
• पर्याप्त नींद लेने से व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है जो लोग पूरी नींद नहीं लेते वह दिन भर आलस,सुस्ती महसूस करते हैं जिससे कोई भी कार्य करने में एकाग्रता नहीं कर पाते हैं।
• सोने पर मस्तिष्क को आराम मिलता है दिन भर कार्य करने के बाद पर्याप्त नींद हमारे मस्तिष्क के लिए आवश्यक हैं।
• हमेशा पर्याप्त नींद लेने से व्यक्ति को बुढ़ापा नहीं आता। वह अधिक स्वस्थ व सुंदर दिखते हैं।
● कम नींद होने के दुष्प्रभाव।
अच्छी नींद होने जैसे शरीर को अनेक फायदों का लाभ मिलता है उसी तरह कम नींद से अनेक नुकसान।
• पर्याप्त नींद न लेने से व्यक्ति तनाव एवं मानसिक रोगों का शिकार हो सकता है।
• नींद पूरी ना होने से शरीर और दिमाग को पूरी तरह से आराम नहीं मिल पाता जिसके कारण बदन दर्द,अकड़न और थकावट जैसे समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
•पाचन तंत्र पर नींद का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है नींद पूरी न लेने पर कब्ज की समस्या हो जाती हैं।
• पूरी नींद ना लेने पर व्यक्ति किसी भी कार्य में एकाग्रचित्त नहीं हो पाता और उसकी स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती हैं।
• नींद की कमी के कारण व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, अवसाद जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
• व्यक्ति को छोटी-छोटी बातों पर भी अधिक क्रोध आने लगता है।
•पर्याप्त नींद के अभाव में व्यक्ति को बिना कोई काम किए ही थकान बनी रहती है और सिर हमेशा भारी रहता है।
● अनिद्रा के लक्षण।
नींद ना आना तो अनिद्रा का सबसे आम लक्षण होता है लेकिन इसके अलावा और भी लक्षण होते हैं।
• सोने की कोशिश करने पर भी नींद ना आना।
•नींद आने पर भी थोड़ी देर जागना या बार-बार नींद टूटने की शिकायत होना।
• नींद से उठने के बाद भी खुद को ताजा महसूस ना करना और सुस्ती आना आलस्य अनिद्रा से ग्रस्त लोगों में सबसे आम लक्षण है व्यक्ति खुद को और अस्वस्थ महसूस करता है जो उसके सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन पर बुरा असर डालता है।
• अनिद्रा से ग्रस्त व्यक्ति हमेशा चिड़चिड़ाIrritability रहता है और उसे बहुत जल्दी गुस्सा आता है।
• अनिंद्रा से ग्रस्त व्यक्ति को चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं जल्दी घेर लेती हैं। वह अजीब तरह से व्यवहार भी कर सकता है।
●अनिद्रा से बचने के उपाय।
अच्छी नींद के लिए सबसे ज्यादा जरूरी जीवन शैली और आहार में बदलाव लाना होता है।
वह कौन कौन से होते हैं चलिए के बारे में जानते हैं:-
• अपने भोजन में बादाम, अखरोट, दूध एवं दलिया का सेवन करें। इससे आपको अच्छी नींद आएगी।
• रात में सोने से पहले दूध पिए।
• रात के भोजन में सलाद को भी शामिल करें।
• काबुली चना,केला, कीवी इन चीजों का रात में सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
• अपने भोजन में दूध के साथ दही, पनीर आदि अन्य दूध के उत्पादों को भी शामिल करें।
•फलों में चेरी का सेवन जरूर करें। इसमें अच्छी मात्रा में मेलाटोनिन रसायन पाया जाता है सोने से कुछ घंटे पहले चेरी खाने से अच्छी नींद आती है।
• अनिद्रा से पीड़ित लोगों को दिन में दो बार एक कप चेरी का जूस पीना चाहिए।
• सुबह के नाश्ते में दूध और केले का सेवन करें केले में मांसपेशियों को ढीला करने की क्षमता होती है इसमें मौजूद पोटेशियम और मैग्नीशियम से जल्दी सोने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट से भी नींद अच्छी आती है।
• रात में चावल खाने से नींद अच्छी आती है सोने में मदद करते हैं।
•शाम को कैफीन और अल्कोहल का सेवन बिलकुल त्याग दें इसकी बजाय आप हर्बल चाय का सेवन करें।
• प्रतिदिन 8 से 10 बादाम खाए बादाम में अच्छी मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो कि हमारी मांसपेशियों को आराम दिलाता है जब शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा कम होती है तो सोने में परेशानी होती हैं। साथ ही बादाम जरूरी मात्रा में प्रोटीन बनाता है जो कि सोते समय ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
● जीवन शैली।
•सुबह उठकर टहलने जाएं और व्यायाम करें। नियमित रूप से ध्यान एवं प्राणायाम करने वालों में नींद न आने की शिकायत नहीं होती हैं।
• अपने आप को जितना हो सके तनाव से दूर रखें तथा खुश रहने की कोशिश करें।
• नींद न आने से ग्रस्त व्यक्ति को सोने से पहले मधुर संगीत सुनना चाहिए या फिर कोई किताब पढ़नी चाहिए।
• सोते समय ध्यान रखें कि कमरे में तेज रोशनी ना हो तथा साफ-सुथरे बिस्तर पर सोए।
• अच्छी नींद आने के लिए सबसे पहले घरेलू नुस्खा ही अपनाया जाता है।
• यहां हम रात में सोने से पहले पैरों को अच्छे प्रकार धोकर तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करने से दिमाग शांत रहता है तथा नींद अच्छी आती हैं।
• मेथी के पत्तों का जूस अच्छी नींद के लिए फायदेमंद है।
• कैमोमाइल अच्छी नींद के लिए फायदेमंद है कैमोमाइल चाय अनिद्रा के लिए एक बहुत ही अच्छा प्राकृतिक उपाय हैं जो अनिंद्र में बहुत लाभदायक है।
• आप एक गिलास गुनगुने दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर सोने से पहले पीने से भी नींद आने में सहायता करता है।
यदि अनिंद्रा का जल्दी ही निदान और इलाज न कराया जाए तो यह गंभीर समस्या बन सकती हैं और व्यक्ति अवसाद का शिकार हो सकता है। साथ ही वे पेट से संबंधित रोगों से भी ग्रस्त रहता है इसलिए इस समस्या के लिए जल्दी ही घरेलू उपाय अपनाने चाहिए और जीवनशैली में बदलाव लाने चाहिए।
यदि इन सभी उपायों से भी व्यक्ति को लाभ नहीं मिलता है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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2. Roth T,roehrsT.Insomnia:epidemiology, characteristics, and consequence. Clin cornerstone. 2003;5:5_15.[Googlescholar]
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