सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

IRRITABILITY चिड़चिड़ापन क्या होता है? इसके लक्षण, कारण और इसका इलाज क्या है?


Irritability symptoms, Irritability causes, Irritability prevention, treatment of Irritability
Irritability

Irritability एक उत्तेजना की भावना होती है जब आप चिड़चिड़े होते हैं तो आप आसानी से निराश हो जाते हैं या आसानी से परेशान हो जाते हैं
तनावपूर्ण स्थितियों में आप चिड़चिड़ा अनुभव कर सकते हैं यह एक मानसिक या शारीरिक स्वास्थ्य समस्या का लक्षण भी हो सकता है
Irritability symptoms, prevention, causes
Irritability in Children

शिशु और छोटे बच्चे अक्सर चिड़चिड़ाहट महसूस करते हैं खासकर जब थके हुए या बीमार होते हैं
उदाहरण के लिए, जब बच्चों के कान में संक्रमण होता है या पेट दर्द होता है तो बच्चे अक्सर चिड़चिड़े हो जाते हैं
बड़े लोग भी कई कारणों से ऐसा महसूस कर सकते हैं
यदि आप नियमित रूप से ऐसा महसूस करते हैं तो आप अपने डॉक्टर से बात करें आपको कोई मानसिक या शारीरिक समस्या हो सकती है उसके उपचार की आवश्यकता हो सकती हैं।

● Table to contents
• Irritability के लक्षण।
• Irritability के कारण।
• Irritability के उपचार।
• Irritability का परीक्षण।
• Irritability का इलाज।

Irritability के लक्षण क्या है ?

• जल्दी परेशान होना
• बिना वजह आक्रामक होना
• छोटी सी बात पर बुरा मानना
• गुस्से में दूसरों के साथ मौखिक और कभी-
कभी शारीरिक दुर्व्यवहार करना
ऐसे में छोटे बच्चों को शांत करना मुश्किल हो जाता है।

•Irritability के कारण क्या होते है ?

कई चीजें इसका का कारण बन सकती है इन कारणों को दो सामान्य श्रेणियों में बांटा है शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारण
• तनाव,चिंता,डिप्रेशन
• बाइपोलर डिसऑर्डर
• शारीरिक कारण
• नींद की कमी
• शुगर के स्तर में कमी
• कान का संक्रमण
• दांत में दर्द
• हार्मोन परिवर्तन करने वाली परिस्थितियां आपकी मनोदशा को प्रभावित कर सकती हैं
• रजोनिवृत्ति
• सीएमएस डिसऑर्डर
• सिंड्रोम पीसीओएस
• थायराइड बढ़ने
• नशीले पदार्थों का प्रयोग करना
• शराब का सेवन
• निकोटीन की आदत छोड़ते समय
• कैफीन की आदत छोड़ते समय
ज्यादातर लोग समय-समय पर ये महसूस करते हैं
यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो अपने डॉक्टर से मुलाकात जरूर करें इससे आपको अपने चिड़चिड़ापन का कारण समझ में आ जाएगा

Irritability के बचाव क्या-क्या है ?

Irritability को पूरी तरह से रोकने का कोई भी रास्ता नहीं है लेकिन कुछ तरीकों से गंभीर चिड़चिड़ापन को कम किया जा सकता है
• अपने चिड़चिड़ेपन की वजह जाने
• कैफीन और शराब का सेवन कम करें
• कुछ समय शांति या अकेले रहें
• अपना नजरिया विकसित करें
• अपने साथियों से मेल मिलाप भी बनाए रखें • नकारात्मक बातों और नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहे।
Irritability का परीक्षण क्या है ?

आप नियमित आधार पर ये महसूस करते हैं और आप इसका कारण नहीं जानते तो अपने डॉक्टर से बात करें वह आपको इसके संभावित कारण की पहचान करने में मदद कर सकते हैं
वह आप की मनोदशा को समझने और उसे सही दिशा में मोड़ने के लिए उपचार विकल्पों और रणनीति पर भी चर्चा कर सकते हैं

• आपके चिकित्सक आपके इतिहास के बारे में पूछेंगे और यह भी पूछेंगे कि आप कौन-कौन सी दवाएं ले रहे हैं
• आपकी चिकित्सक आपकी मनोवैज्ञानिक स्थितियों के इतिहास के बारे में भी पूछेंगे
• आपकी जीवनशैली की आदत जैसे कि सोने की आदत है, शराब पीने की आदतों पर भी चर्चा की जाएगी
• आप के डॉक्टर आपके जीवन में तनाव के कारणों के बारे में जानना चाहेंगे
• आपके लक्षणों और चिकित्सा इतिहास के आधार पर रक्त और मूत्र विश्लेषण सहित एक या अधिक परीक्षणों की सलाह भी दे सकते हैं • आपके रक्त में कुछ हार्मोन का स्तर हार्मोन असंतुलन को दर्शा सकता है
• आपके रक्त या मूत्र में ग्लूकोज का स्तर शुगर के बारे में बता सकता है 
• मूल्यांकन के लिए आपको मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सक के पास भी भेजा जा सकता है
Reduce Irritability through change lifestyle
Healthy Lifestyle

Irritability का इलाज कैसे होता है ?
 हर एक को अपनी अपनी और अलग-अलग तरह की चिड़चिड़ापन की दिक्कत हो सकती है और इसकी सबके लिए एक कॉमन वजह नहीं होती है 
Irritability का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका है इसके निर्धारण को ठीक करना 
• यदि आपके डॉक्टर आपकी मानसिक स्थिति, मानसिक स्वास्थ्य की समस्या का निदान करते हैं तो वह आपको परामर्श के लिए एक मनोविशेषज्ञ के पास भेज सकते हैं इसके साथ ही मनोदशा को नियंत्रित करने में मदद के लिए दवाओं का उपयोग किया जा सकता है
 • टॉकथेरेपी और दवाएं अक्सर मनोदशा विकारों जैसे डिप्रेशन का इलाज के लिए के संयोजन में प्रयोग की जाती है 
• अगर आपके डॉक्टर को संदेह है कि आपका चिड़चिड़ापन अल्कोहल, कैफीन, निकोटीन या अन्य ड्रग्स की लत की वजह से है तो वह टॉकथेरेपी और दवाओं के संयोजन का उपयोग कर सकते हैं इनके उपयोग से आपको इच्छाओं को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती हैं 
• यदि आपके हार्मोन असंतुलन का निदान किया गया है तो आपके डॉक्टर हार्मोन प्रतिस्थापन चिकित्सा की सलाह दे सकते हैं यह उपचार हर किसी के लिए सही नहीं होता अपने डॉक्टर से बात किए बिना हार्मोन की खुराक लेना शुरू ना करें 
• यदि आपको संक्रमण के कारण चिड़चिड़ापन हो रहा है तो संक्रमण ठीक होने पर चिड़चिड़ापन भी ठीक हो जाएगा आपके डॉक्टर इसका इलाज करने में मदद कर सकते हैं जो कि एंटीबायोटिक दवाओं या अन्य दवाओं का उपयोग करके किया जा सकता है
• आपके डॉक्टर आप की मनोदशा को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए जीवन शैली में बदलाव की सलाह भी दे सकते हैं आपको नियमित चीजों में बदलाव के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं
 अपने डॉक्टर से अपने इलाज के विकल्प और उनके दूरगामी परिणामों आदि के बारे में जरूर चर्चा करें।

" मैं आशा करती हूं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा अगर आपके कुछ सवाल है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं  "

• References:

1.   American academy of pediatrics. Internet. Washington, D.C., United states;
Irritability and problem behavior in autism spectrum:
A practice pathway for pediatric primary care. 

2.   Medlineplus Medical Encyclopedia:Us National Library of Medicine;
Fussy or irritable child. 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए बहुत बढ़िया टिप्स।

1. स्वस्थ जीवनशैली के लिए यह सुबह की डिफ़ॉल्ट दिनचर्या होनी चाहिए। पानी आपको एक स्वस्थ शुरुआत देता है क्योंकि यह शरीर में पोषक तत्वों के उचित संचार में मदद करता है। जल शरीर की परिवहन प्रणाली के रूप में कार्य करता है।यह अभ्यास हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और बृहदान्त्र को साफ करता है जिससे यह विभिन्न खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण को सक्षम बनाता है। यह आपके वजन घटाने के प्रयासों में मदद कर सकता है। सुबह सबसे पहले पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर त्वचा की चमक बढ़ाने में मदद करता है। यह त्वचा को पसीने के माध्यम से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने, शरीर की कोशिकाओं को नवीनीकृत करने का काम करने में भी मदद करता है। 2. एक स्वस्थ जीवनशैली का आपके भोजन के समय पर बहुत प्रभाव पड़ता है। चूँकि नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है नाश्ता करने का सबसे अच्छा समय सुबह 7 बजे या जागने के पहले घंटे के भीतर है। 3. सुबह का समय बहुत व्यस्त हो सकता है, लेकिन वजन घटाने के लिए सुबह व्यायाम के लिए कम से कम 15 मिनट का समय निकालने का प्रयास करें। एक स्...

ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) इसके लक्षण, कारण व बचाव क्या है।

Breast Cancer स्तन कैंसर एक ऐसी स्थिति है जब कुछ जीनों में परिवर्तन के कारण स्तन कोशिकाएं विभाजित होने लगती हैं और अनियंत्रित रूप से बढ़ने और फैलने लगती हैं। ब्रेस्ट कैंसर क्या ? स्तन कैंसर महिलाओं को होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है। स्तन कैंसर एक ऐसी स्थिति है जब कुछ जीनों में परिवर्तन के कारण स्तन कोशिकाएं विभाजित होती हैं और अनियंत्रित रूप से बढ़ने और फैलने लगती हैं। आम तौर पर, स्तन के दूध उत्पादक ग्रंथियों (लोब्यूल) या पथ (नलिकाओं) में कैंसर बनता है, जो ग्रंथियों से निप्पल तक दूध पहुंचाता है। फैटी या स्तन के रेशेदार संयोजी ऊतक कैंसर कोशिकाओं के लिए हॉटस्पॉट भी हो सकते हैं।कुछ मामलों में कैंसर कोशिकाएं आपकी बाहों के नीचे लिम्फ नोड्स तक पहुंच सकती हैं और शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैल सकती हैं। ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार स्तन कैंसर के विभिन्न प्रकार और चरण होते हैं। इसके अलावा, यह पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है, हालांकि ऐसे बहुत कम केस होते हैं। मोटे तौर पर स्तन कैंसर के दो प्रकार होते हैं: इन्वेसिव (तेजी से फैलने वाला) और नॉन-इन्वेसिव (धीरे धीरे फैलने वाला)। 80% ब्रेस्ट कैंसर इन्वेस...

किन बिमारियों का शिकार महिलाओं से अधिक पुरूष होते हैं।

Men's Health Problems दुनिया भर में हर साल करोड़ों लोग तरह-तरह की बीमारियों का शिकार होकर अपनी जान गवा देते हैं। इनमें Heart related disease,cancer,Diabetes आदी प्रमुख है। •   धूम्रपान छोड़ने के उपाय। दरअसल इनमें से कहीं ऐसी जानलेवा बीमारी है। जो महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को प्रभावित करती हैं। क्योंकि महिलाओं के जीवन में पीरियड, प्रेगनेंसी, मैनोपोज जैसी कहीं दिक्कते आती हैं इसलिए आमतौर पर महिलाएं डॉक्टर के पास ज्यादा विजिट करती हैं और इनकी कुछ स्वास्थ्य समस्याएं शुरुआती अवस्था में ही पकड़ में आ जाती हैं। जबकि ज्यादातर पुरुष अपने स्वास्थ्य समस्याओं के लिए डॉक्टर के पास बहुत कम जाते हैं। इसलिए उनकी बीमारी आमतौर पर स्थिति खराब होने के बाद ही पकड़ में आती हैं। आज हम आपको ऐसी बीमारियां बता रहे हैं। जिनका शिकार दुनिया भर में महिलाओं से ज्यादा पुरुष होते हैं। ● Hypertension ( हाइपरटेंशन ) महिलाओं की तुलना में पूरे देश में पुरूष हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर से अधिक ग्रसित होते हैं। 60 वर्ष की उम्र के बाद पुरुषों में हाइपरटेंशन काफी ज्यादा नजर आता है। यह बात बिल्कुल सही है कि महिला क...