अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें भूख नहीं लगती तो अब आपको इसके लक्षण और कारणों के बारे में जान लेना चाहिए।
सही उपचार आपकी भूख बढ़ाने में मदद करेगा।
जब आपके खाने की इच्छा कम होने लगती हैं तो इस स्थिति को भूख कम लगना Anorexia कहा जाता है। ■ Constipation कब्ज, पेट के वायरस,भोजन संबंधी विकार, कुछ प्रकार के रोग,गलत और अलग-अलग समय पर भोजन करना और यहां तक कि कैंसर भी भूख में कमी कर सकते हैं।
• भूख कम लगने की स्थिति के लक्षणों में भोजन की इच्छा ना होना, अचानक से वजन घटना और भूख महसूस ना होना आदि होते हैं।
• भोजन करने की विचार से आपका जी मिचलाने लगता है और आपको ऐसा लगने लगता है कि खाना खाने के बाद आपको उल्टी आ जाएगी।
लंबे समय से भूख कम लगने की स्थिति को एनोरेक्सिया ( anorexia) कहा जाता है। इसके मेडिकल या साइकोलॉजिकल कारण हो सकते हैं।
• यदि संभव हो तो भोजन करने से पहले ताजी हवा में थोड़ी एक्सरसाइज करने की कोशिश करें या खाना खाने से ठीक पहले थोड़ी बहुत गतिविधियां करना और ताजी हवा लेना भी भूख को उत्तेजित करते हैं।
• डॉक्टर समस्या को ठीक से जांच करते हैं छाती का एक्स-रे, पेट का अल्ट्रासाउंड और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन करते हैं।
° कुछ ऐसे स्टेप्स जो किसी व्यक्ति के खाने की इच्छा को बढ़ा सकते हैं।
• व्यक्ति का मनपसंद भोजन प्रदान करना और भोजन के लिए एक अनियमित शेड्यूल बनाना यानी जब मन करे तब खाओ आदि हैं।
° कुछ निश्चित स्थितियों में डॉक्टर मरीज की भूख बढ़ाने के लिए कुछ दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं जैसे
• Cyproheptadine
• Megestrol
• Dronabinol
• Contents
• भूख कम लगने के लक्षण।
• भूख कम लगने के कारण
• भूख कम लगने से बचाव।
• भूख कम लगने का निदान।
• भूख कम लगने का इलाज।
• भूख कम लगने की जटिलताएं।
● भूख कम लगने के लक्षण क्या है ?
भूख कम लगने के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। भूख कम लगने की स्थिति यदि गंभीर है। तो यह वजन घटने या कुपोषण जैसी स्थितियों का कारण बन सकती हैं। इसके कारण मांसपेशियों के घनत्व में कमी होने लगती है इस स्थिति को मसल्स वेस्टिंग या कैचैक्सिया Cachexia कहा जाता है।
भूख में कमी की अस्थाई हो सकती हैं जब रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी के उपचार पूरे हो जाए तो अक्सर भूख सामान्य स्थिति में आ जाती हैं।
उपचार पूरा होने के बाद भूख की स्थिति को पूरी तरह से ठीक होने के लिए कुछ हफ्तों का समय लग जाता है।
● भूख में कमी की स्थिति में यह लक्षण शामिल हो सकते हैं :
•भोजन के स्वाद को अस्पष्ट या अप्रिय बताना।
• भोजन की गंद लेने के बाद भोजन को दूर रखना।
• कोई ऐसा भजन भी पसंद ना आना जो कभी मनपसंद भोजन हुआ करता था।
• चबाने या निगलने में कठिनाई।
• खाने से मन भर जाना या थक जाना और कुछ निवाले खाकर भोजन अधूरा छोड़ देना।
• बस एक या 2 प्रकार के भोजन ही खाना।
• सामान्य से बहुत जल्दी पेट भर जाना।
° डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए
यदि आपके शरीर से अनचाहे रूप से वजन कम हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें यदि भूख में कमी के साथ अन्य लक्षण जैसे Depression,नशे की लत या भोजन संबंधी विकार जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
यदि भूख में कमी की समस्या किसी प्रकार की दवा के कारण हुई है तो दवा या खुराक में बदलाव करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर से पूछे बिना कोई भी दवा लेना बंद ना करें।
● भूख कम लगने के कारण और जोखिम
क्या-क्या है ?
भूख में धीरे-धीरे या अचानक से कमी आना कई समस्याओं का संकेत हो सकता है और साथ में तनाव से संक्रमण तक कई प्रकार के लक्षणों को पैदा कर सकता है।
अतिरिक्त संभावित कारणों में दवाएं और भावनात्मक तनाव आदि शामिल है।
• यदि कोई अन्य अंदरूनी समस्या है तो उसका इलाज किए जाने के बाद भूख में कमी से जुड़े लक्षण कम होने लगते हैं।
• बहुत प्रकार के संक्रमण है जो अचानक से भूख में कमी की स्थिति का कारण बन जाते हैं।
• भूख में कमी से जुड़े कुछ अन्य लक्षण निमोनिया यह एक संक्रमण होता है जो फेफड़ों को प्रभावित करता है।
• हेपेटाइटिस, लीवर में सूजन व जलन एचआईवी एड्स और एक प्रकार का किडनी का संक्रमण कई प्रकार के रोग है जो अचानक भूख की कमी की समस्या को विकसित कर सकते हैं।
• कोलाइटिस,कॉलोन कैंसर, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम,क्रॉन रोग, पाचन तंत्र में सूजन,आंतों में रुकावट और अन्य कई कारकों के कारण भी हो सकती हैं।
• मानसिक रोग जिसमें तनाव, चिंता विकार आदि शामिल है। अचानक से कम भूख लगने की स्थिति पैदा कर सकते हैं। यह सभी कारक खासकर जब इसका कारण बनने वाले अंदरूनी रोग तेजी से विकसित होते हैं।
• कुछ प्रकार की दवाइयों के साइड इफेक्ट्स के कारण भी भूख में कमी हो सकती है।
अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर और वजन घटाने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं आदि जैसे एंम्फेटामाइन, हल्लुसिनोजेनिक्स, इनहेलेंक्स आदि दवाई भूख कम लगने की स्थिति पैदा कर सकती हैं।
• अत्यधिक भावनात्मक तनाव होने से भी भूख लगने में कमी होने लगती है जैसे किसी अपने को खो देना, नौकरी छूट जाना, तलाक होना और कुछ अन्य तनाव शादी व अन्य महत्वपूर्ण आयोजन आदि के कारण भी अचानक से भूख लगने में कमी की समस्या हो सकती है।
•भूख न लगने की यह स्थिति तनाव का प्रबंधन करने की व्यक्ति क्षमता पर निर्भर होती है ऐसी स्थिति तब तक रह सकती है जब तक आप तनाव में है या इसके तहत ऐसा हो सकता है कि थोड़े समय के लिए भूख ना लगे या कम लगे।
● भूख ना लगने का खतरा कब बढ़ जाता है
• liver disease
• Kidney disease
• Heart failure
• Hepatitis
• HIV
• Hypothyroidism
• Pregnancy
• Chronic obstructive pulmonary disease
• Depression
• Stress
• Cancer
• Anemia
• Antibiotics,chemotherapy, codaine,morphine drugs
• अप्रिय गन्द
• दर्द
● भूख कम लगने से बचाव क्या है ?
भूख कम महसूस होने के हालात का बचाव करने या इन हालात को कम करने के लिए इन कुछ प्रकार के कदम उठाए जा सकते हैं।
• जो आपको पसंद हो वह खाए।
• दिन में जूस सॉफ्ट ड्रिंक आदि पिए और खुद को हाइड्रेट रखे।
• भोजन के समय को जितना हो सके उतना सहज बनाने की कोशिश करें जेसे खाने के दौरान संगीत बजाना,मोमबत्तियां जलाने या दोस्त के साथ खाना।
• ऐसे भोजन का चुनाव करें जो आपको बहुत पसंद हो या जितना हो सके उसे आकर्षक बनाने की कोशिश करें।
• किसी समय आपको कोई विशिष्ट खाद्य पदार्थ खाने का मन है उसी समय खा लें।
• नर्म खाद्य पदार्थ खाएं उनको चबाने की आवश्यकता जादा नहीं होती है खासकर यदि आपके मुंह में छाले, आप को निगलने में कठिनाई हो रही है तो आपको इससे काफी मदद मिल सकती हैं।
• खिचड़ी,सूप,हलवा, दही,आइसक्रीम पोषक तत्वों युक्त पेय और स्नेक्स आदि का सेवन करें।
• यदि गर्म खाद्य पदार्थों से आने वाली गंध आपको पसंद नहीं आ रही है तो ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की कोशिश करें।
• आप सैंडविच, सलाद पदार्थों को एक पोषक तत्व की तरह ले सकते हैं।
• खाना खाने से पहले हल्की एक्सरसाइज कर ले।
• गैस मिश्रित पेय पदार्थों का सेवन करना जैसे मिनरल वाटर या नींबू पानी आदि आपके सुखे गले को आराम प्रदान करता है।
यदि आपको बीमार जैसा महसूस हो रहा है तो यह काफी लाभकारी हो सकता है।
•नींबू, जड़ी बूटी और मसालों आदि की मदद से अपने भोजन में अतिरिक्त उत्पाद शामिल करें।
• कैलोरी और अन्य पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए फलों के साथ आइसक्रीम या क्रीम आदि का उपयोग करें।
• जब आपको खाने का मन करें तभी खाये ऐसा महसूस ना करें कि आपको एक ही समय के साथ भोजन करना है।
• छोटी प्लेट का प्रयोग करें। भोजन से भरी हुई प्लेट आपकी खाने की इच्छा को कम कर सकती हैं।
• भोजन को छोड़ने से जरूरी अपने वजन को बनाए रखना होता है थोड़ा-थोड़ा करके खाए सिर्फ उतना ही खाए जितना आप मैनेज कर सकते हैं ऐसा करके आप सामान्य से अधिक बार खा सकते हैं।
° भूख कम महसूस होने में सुधार लाने के लिए कुछ अन्य स्टेप्स:
• पर्याप्त नींद लेना।
• तनाव को मैनेज करना।
• उचित एक्सरसाइज करना।
• धूम्रपान छोड़ना।
• पर्याप्त मात्रा में पानी पीना।
● भूख कम लगने के निदान क्या है ?
अपॉइंटमेंट के दौरान आपके डॉक्टर सभी लक्षणों के बारे में जानकर आप की पूरी सूची तैयार करते हैं
डॉक्टर आपका वजन और लंबाई मापते हैं और आपकी सबके साथ तुलना करते हैं डॉक्टर आपसे आपकी पिछली मेडिकल स्थिति जानेंगे जेसे किसी भी प्रकार की दवा यदि आप खा रहे हैं आपके कुछ जुड़े सवाल पूछेंगे
° इसके अलावा डॉक्टर निम्न चीजों के बारे में भी पूछ सकते हैं :
• आप के लक्षण कब शुरू हुए थे, गंभीर है या कम।
• अभी तक आपका कितना वजन घटा है
• क्या कोई ऐसी स्थिति भी है जब आप जब यह लक्षण बढ़ जाते हैं
• क्या आपको कोई अन्य लक्षण भी महसूस होते हैं
° भूख कम लगने के कारण का पता लगाने के लिए कुछ प्रकार के टेस्ट करने की आवश्यकता भी पड़ सकती हैं :
• लीवर थायराइड और किडनी आदि के कार्यों का टेस्ट।
• खून के सैंपल की आवश्यकता पड़ सकती है।
• छाती का एक्सरे।
• तनाव पर नजर रखने वाले परीक्षण।
• शराब के सेवन से संबंधित सवाल पूछना।
• पेट का अल्ट्रासाउंड।
• कंपलीट ब्लड काउंट।
• जीआईसी जिसमें एक्सरे शामिल है। जिसकी मदद से आप के इससे पेट और छाती की आंख की जांच की जा सकती हैं।
• सिर्फ कुछ मामलों में गर्भावस्था और एचआईवी की जांच करने के लिए आपका टेस्ट किया जा सकता है।
• आप के पेशाब की जांच भी की जा सकती हैं।
• रिलैक्स से संबंधित रोग भी भूख कम लगने की समस्या से जुड़े हो सकते हैं और यदि किसी 55 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति में इस समस्या की शुरुआत हो रही है तो तत्काल एंडोस्कोपी की आवश्यकता पड़ सकती हैं।
● भूख कम लगने के इलाज क्या है ?
भूख कम लगने का उपचार उसके कारणों पर निर्भर करता है यदि इस समस्या का कारण बैक्टीरियल संक्रमण या वायरल संक्रमण है तो इस समस्या के लिए आमतौर पर किसी विशिष्ट उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती। जितना जल्दी आपके संक्रमण का इलाज होता है उतनी ही जल्दी भूख लगने की प्रक्रिया भी सामान्य अवस्था में आ जाती हैं। भूख कम लगने की समस्या का उपचार करने का सबसे पहला कदम इस समस्या के अंदरूनी कारण का पता लगाना है और इसका इलाज करना होता है।
• भूख में कमी की निर्भरता व उसके कारण पैदा होने वाली जटिलताओं पर निर्भर करते हुए डॉक्टर इसके स्तर को सामान्य स्तर पर लाने के लिए कई प्रकार की दवाइयां व उपचार प्रकारों का उपयोग कर सकते हैं।
° भूख मैं कमी को ठीक करने के लिए उपयोग किए गए उपचारों के प्रभाव निम्न हो सकते हैं :
• मथली रोकने वाली दवाई जिनमें वे दवाई भी शामिल होती है जिनका उपयोग गर्भावस्था में मथली रोकने के लिए किया जाता हैजिसमें डॉक्सीलामीन और B6 पाइरीडॉक्सन,promethazine,cyclizine शामिल है।
• जो सप्लीमेंट्स इलेक्ट्रोलाइट प्रदान करते हैं और कब्ज पेट में ऐंठन और थकान आदि से राहत दिलाते हैं।
• प्रोजेस्टेरोन वाली दवाई जो भूख और वजन बढ़ा देते हैं उदाहरण के लिए मैजेस्ट्रोल स्टेरॉयड दवाई जो सूजन मतली कमजोरी या किसी अंदरूनी बीमारी से जुड़े दर्द से राहत पाने में मदद करती हैं।
• मेटोक्लोप्रैमाइड जो भोजन को पेट से बाहर आसानी से निकलने में मदद करती हैं।
• एंटीडिप्रेसेंट या चिंता निवारक दवाएं।
• कुछ गंभीर मामलों में वजन घटने और पोषक तत्वों की कमी का इलाज करने के लिए कैलोरी और अन्य पोषण तत्वों को सीधे शरीर तक पहुंचाने के लिए फीडिंग ट्यूब का इस्तेमाल किया जा सकता है।
● घरेलू देखभाल :
यदि भूख में कमी कैंसर जैसे किसी रोग या किसी दीर्घकालीन मेडिकल के कारण हो रही हैं तो इससे आपकी भूख को उत्तेजित करना कठिन हो सकता है हालांकि
• परिवार के साथ खाना।
• मनपसंद भोजन बनाना।
• खाने के लिए बाहर किसी रेस्टोरेंट आदि में जाने से भोजन खाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।
• भोजन को थोड़ा-थोड़ा करके बार-बार खाने की प्रक्रिया भी मदद कर सकती हैं और अधिक भोजन की बजाय थोड़ी-थोड़ी भोजन को मैनेज करने में पेट के लिए आसानी रहती हैं।
• यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप को भोजन से पर्याप्त पोषक तत्व मिल रहे हैं भोजन में कैलोरी और प्रोटीन उच्च होना चाहिए।
• आप तरल प्रोटीन ड्रिंक का सेवन भी कर सकते हैं।
° भोजन में कमी होने से कौन सी समस्या पैदा हो सकती हैं :
यदि भूख में कमी किसी संक्रमण की बीमारी के कारण हुई है तो आप में स्वाभाविक रूप से कम समय में ही ठीक होने की संभावना होती हैं हालांकि यदि आपकी भूख में कमी किसी गंभीर मेडिकल समस्या के कारण हुई है तो यह बिना उपचार के और अधिक बदतर स्थिति बन सकती हैं
यदि भूख में कमी को बिना उपचार किए छोड़ दिया जाए तो इसके साथ कहीं बीमारी कहीं गंभीर लक्षण विकसित हो जाते हैं जेसे अत्यधिक थकान, वजन घटना, दिल की धड़कन तेज, होना बुखार, चिड़चिड़ापन सामान्य रूप से बीमार जैसे महसूस होना
यदि आपकी भूख में कमी की समस्या स्थिर रहती हैं और आपको कुपोषण हो गया है या विटामिन और इलेक्ट्रोलाइट में कमी हो गई है तो यह आपके जीवन के लिए हानिकारक है।
यदि आपको एनोरेक्सिया है तो जो उसका कारण बनने वाली किसी गंभीर बीमारी के ठीक होने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा है यदि यह लगातार एक हफ्ते से हो रहा है तो डॉक्टर की मदद लेना बहुत जरूरी होता है।
• References:
1.Centre for Disease Control and prevention (internet),Atlanta ( GA) : US department of Health and human services;myalgic Encephalomyelitis/chronic fatigue syndrome
2. National Institute of diabetes and digestive and kidney diseases (internet):( us) department of Health and human services celiac disease;celiac disease
3. Medlineplus medical Encyclopaedia: US National Library of medicine;appetite-decresed
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