कैंसर शरीर में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि है। मूत्राशय का कैंसर या ब्लैडर कैंसर एक सामान्य प्रकार का कैंसर है जो ब्लैडर की कोशिकाओं में शुरू होता है।
मूत्राशय आपके निचले पेट में एक खोखला पेशीय अंग है जिसमें मूत्र जमा होता है।
मुत्राशय का कैंसर अक्सर उन कोशिकाओं में शुरू होता है जो आपके मुत्राशय के अंदर की रेखा बनाती हैं। अधिकांश मूत्राशय के कैंसर का निदान प्रारंभिक अवस्था में किया जाता है। जो कैंसर अत्यधिक उपचार योग्य होता है।
● ब्लैडर कैंसर के चेतावनी संकेत:-
• पेशाब में खून आना।
पेशाब में खून आना मूत्राशय के कैंसर का संकेत हो सकता है जो कहीं बार आपकी आंखो द्वारा भी दिखाई दे सकता है या आप इसका नियमित परीक्षण द्वारा पता लगा सकते हैं। मूत्र सामान्य से अधिक गहरा भूरा या कभी-कभी चमकदार लाल दिखाई दे सकता है। आमतौर पर पेशाब में रक्त कैंसर के कारण नहीं बल्कि अन्य कारणों से होता है। इसमें व्यायाम, स्ट्रोक, संक्रमण, गुर्दा संबंधी रोग या कुछ दवाइयां। जिसमें रक्त को पतला करने वाली दवाएं शामिल हैं।
• मुत्राशय में परिवर्तन।
मुत्राशय के कैंसर के अलावा अन्य स्थितियों से होने की अधिक संभावना होती है लेकिन मूत्राशय का कैंसर कभी-कभी मुत्राशय की आदतों में बदलाव ला सकता है जिनमें शामिल है। बार-बार पेशाब करने का मन होना लेकिन बहुत कम या कोई परिणाम ना मिलना, सामान्य से अधिक बार पेशाब के लिए जाना पड़ता है, पेशाब करने में दर्द, पेशाब करने में कठिनाई।
• पथरी भी सम्मान लक्षण पैदा कर सकती हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन भी हो सकती है। इसके लिए अलग उपचार की आवश्यकता होती हैं।
● Bladder कैंसर का कारण क्या है
• Bladder कैंसर के जोखिम कारणों की बात करें तो करीब 50% मामले धूम्रपान के कारण डिटेक्ट किए जाते हैं। जो व्यक्ति लंबे समय धूम्रपान करता है। उसमें उतना ही ज्यादा इस कैंसर की होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
• इसके अलावा ब्लेडर के आसपास रेडिएशन, कीमोथेरेपी के इस्तेमाल की हिस्ट्री भी हो सकती है।
• मुत्राशय में पथरी होना भी प्रमुख कारणों में से एक हैं।
● Bladder कैंसर का निदान कैसे संभव है ब्लड कैंसर का निदान करने के लिए यूरीन और ब्लड टेस्ट से किया जाता है। इसके साथ ही इमेजिंग की जाती हैं। जिसे हम सीटी स्कैन कहते हैं। जिसमें किडनी से लेकर पूरे यूरिनरी ट्रैक्ट का परीक्षण किया जाता है। सबसे महत्वपूर्ण एंडोस्कोपी टेस्ट जिसे हम सिस्टोस्कॉपी कहते हैं। जहां दूरबीन की मदद से पूरे ब्लैडर के अंदर की जांच की जाती है।
● Bladder कैंसर का उपचार कैसे करते हैं।
ब्लैडर कैंसर के इलाज के लिए सबसे पहले यह देखा जाता है कि कैंसर शरीर के किन क्षेत्रों में फैला है। यदि कैंसर मुत्राशय से बाहर भी फैल गया है तो सबसे पहले उसकी स्टेजिंग की जाती है और स्टेजिंग के ही आधार पर उपचार शुरू किया जाता है। मुत्राशय के कैंसर का उपचार आमतौर पर दो तरीकों से किया जाता है। पहला ब्लैडर के अंदर एंडोस्कोपी रिसेप्शन किया जाता है इसके बाद मुत्राशय में दवा डाली जाती है। दूसरी प्रक्रिया सर्जरी की प्रक्रिया होती है जिसमें मुत्राशय को सर्जरी के माध्यम से निकालना पड़ता है। इस प्रक्रिया को करने के पहले या बाद में कीमोथेरेपी की जा सकती है।
इसके बाद पेशाब को बाहर निकालने के लिए अलग रास्ता बनाया जाता है आजकल इसमें रोबोटिक सर्जरी का भी प्रयोग किया जा रहा है।
● मुत्राशय के कैंसर से बचाव कैसे करें। हालांकि मूत्राशय के कैंसर को रोकने का कोई गारंटीकृत तरीका नहीं है लेकिन आप अपने जोखिम को कम करने में मदद के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं।
• धूम्रपान न करें यदि आप धूम्रपान नहीं करते हैं तो शुरू न करें। यदि आप धूम्रपान करते हैं तो आप को रोकने में मदद करने के लिए इस योजना के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। सहायता समूह दवाइयां और अन्य तरीके से आप को छुड़ाने में मदद कर सकते हैं।
• रसायनों के आसपास सावधानी बरतें यदि आप रसायनों के आसपास या उनके आसपास का काम करते हैं। तो जोखिम से बचने के लिए सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। केमिकल एक्स्पोज़र के कारण भी ये कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। इसका योगदान 10% तक है।
• विभिन्न प्रकार के रंगीले फल और सब्जियां भरपूर आहार, फलों और सब्जियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।
■ यदि आप अत्यधिक मात्रा में धूम्रपान करते हैं। आपकी जीवनशैली अनहेल्दी है तो आपका सतर्क होने की जरूरत है क्योंकि इस कैंसर के मामले में ज्यादातर धूम्रपान के कारण डायग्नोज किए जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करें और धूम्रपान जैसी बुरी आदतों से दूर रहें।
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