व्हाइट फंगस एक आम तरह का फंगस है इसका वैज्ञानिक नाम कैंडिडा हैं ये आमतौर पर हमारे शरीर में गले,त्वचा और योनि में पाया जाता है सुबह सुबह जब हम उठते हैं तब हमारे मुंह में जो सफेद पदार्थ जमा हुआ होता है वह भी एक प्रकार का फंगस होता है।
आमतौर पर इस व्हाइट फंगस से हमारे शरीर को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं होता है परंतु जैसे ही किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती जाती हैं व्हाइट फंगस उस व्यक्ति के शरीर में बढ़ने लगता है और समस्याएं और लक्षण उत्पन्न करने लगता है जो जानलेवा भी हो सकते हैं
इसलिए आज इस आर्टिकल में हम पढ़ने जा रहे हैं कि वाइट फंगस क्या है, वाइट फंगस क्यों होता है व्हाइट फंगस के लक्षण क्या है, वाइट फंगस का इलाज क्या है और वाइट फंगस का घरेलू इलाज क्या है इसके साथ साथ हम व्हाइट फंगस से जुड़े कुछ अन्य विषयों पर भी चर्चा करेंगे।
• व्हाइट फंगस क्या है ?
व्हाइट फंगस ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि ब्लैक फंगस मुख्य रूप से हमारे फेफड़े,दिमाग और आंखों को प्रभावित करता है जबकि व्हाइट फंगस फेफड़ों के साथ-साथ पेट,किडनी, दिमाग और गुप्तांग को भी प्रभावित करता है।
बिहार में व्हाइट फंगस के 4 मामले अभी 20 मई 2021 तक सामने आए हैं आमतौर पर यह नाक और मुंह के रास्ते हमारे शरीर में प्रवेश करता व्हाइट फंगस होने का मुख्य कारण इम्यूनिटी का कमजोर होना माना गया है।
हालांकि ब्लैक और व्हाइट फंगस हमारे सामने एक बड़ी समस्या है परंतु आपको घबराना नहीं है।
कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन करना चाहिए
• बार-बार हाथों को साफ करना
• सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना
• मास्क का इस्तेमाल करना
• सामाजिक दूरी बनाए रखना
• वैक्सीन लगवाना और उसके बाद अपनी इम्युनीटी को बढ़ाना।
• व्हाइट फंगस के लक्षण क्या है ?
व्हाइट फंगस के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि फंगस ने आपके शरीर के किस हिस्से को प्रभावित किया है अगर ये फंगस मरीज के फेफड़ों को प्रभावित करता है तो उसे इन लक्षणों से गुजरना पड़ता है
• खांसी होना,बुखार आना, छाती में दर्द होना सांस लेने में परेशानी होना आदि
• अगर इस फंगस का इन्फेक्शन आपकी मुंह जुबान और गले को प्रभावित करता है तो इससे मुंह में सफेद कलर के चकते हो जाते हैं • मुंह और जुबान की स्वाद लेने की क्षमता भी कम हो जाती है
• व्यक्ति को खाना निगलने में परेशानी होने लगती है मरीज के पूरे मुंह में सूजन भी आ सकती हैं
धीरे-धीरे यह फंगस मुंह में से होता हुआ हमारे फेफड़ों में जा सकता है और खाने की नली को भी प्रभावित कर सकता है और हमारे रक्त में भी जा सकता है और अगर यह हमारे रक्त में फैल जाता है तो यह फंगस रक्त से जोड़ों में जा सकता है जिसके कारण व्यक्ति को जोड़ों का दर्द भी हो सकता है और • यह फंगस मरीज के नर्वस सिस्टम या नसों को प्रभावित करता है
• नर्वस सिस्टम को भ्रमित करने पर निम्न लक्षण हो सकते हैं बहुत तेज सिर दर्द होना, दोरे पड़ना, सोचने की क्षमता पर प्रभाव पड़ना।
• व्हाइट फंगस की जांच और टेस्ट क्या है ?
• अगर यह फंगस मुंह, गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है तो मुंह में से एक छड़ी के माध्यम से लार का सैंपल लिया जाता है और माइक्रोस्कोप से उसकी जांच की जाती है
• अगर फंगस ने खाने की नली में प्रवेश किया है तब एंडोस्कोपी द्वारा खाने की नली की जांच की जाती हैं इस का सैंपल लिया जाता है जिसकी जांच माइक्रोस्कोप द्वारा की जाती है
• अगर फंगस ने यौनि या लिंग को प्रभावित किया है तो प्रभावित हिस्से से सैंपल लिया जाता है और उसकी जांच की जाती हैं
• अगर किसी व्यक्ति को फंगस फेफड़ों में होता है तब उस व्यक्ति का सिटी स्कैन कराया जाता है तो जो पिक्चर आती है वह बिल्कुल वैसी आती है जो किसी कोविड मरीज के फेफड़ों का सिटी स्कैन कराने पर आती हैं और इस सीटी स्कैन से यह पता लगाना काफी मुश्किल हो जाता है कि मरीज को कोविड-19 इंफेक्शन है या वाइट फंगस
इसको कंफर्म करने के लिए मरीज का rt-pcr टेस्ट कराया जाता है और लार की जांच के नतीजों के साथ मिलाकर देखा जाता है।
• व्हाइट फंगस का इलाज क्या है ?
व्हाइट फंगस के इलाज के लिए काफी सारी एंटीफंगल दवाइयों का उपयोग किया जाता है जैसे:
Amphotericine B
Micafungin
Caspofungin
Fluconazole
Voriconazole
Clotrimazole
कौन सी दवाई कैसे लेनी है कब लेनी है कितनी मात्रा में लेनी है यह इस पर निर्भर करती है कि फंगस ने शरीर के किस हिस्से को प्रभावित किया है और संक्रमण के लक्षण हल्के या गंभीर हैं।
Note: डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवाई का प्रयोग ना करें।
अगर आपको किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन या लक्षण हो रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह ले।
• व्हाइट फंगस से बचाव क्या है ?
इसके बचाव के लिए हमें कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा जो है
• व्हाइट फंगस और ब्लैक फंगस दोनों ही हमारे मुंह को प्रभावित कर सकते हैं इसलिए हमें अपने मुंह की सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए प्रतिदिन कम से कम दो बार ब्रश करे आप चाहे तो माउथवॉश का प्रयोग भी कर सकते हैं
• अगर आप स्टेरॉयड वाली दवाइयां मुंह के माध्यम से ले रहे हैं तो आप दवाइयों को लेने के बाद मुंह को अच्छी तरीके से साफ करें दांतों को साफ करें और कुल्ला करें
• मरीजों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें और मरीजों के इस्तेमाल में ली जाने वाली सभी चीजों की साफ सफाई का ध्यान रखें
• ऑक्सीजन मीटर (फ्लो मीटर) का इस्तेमाल करते समय साफ सफाई का ध्यान रखें •ऑक्सीजन मीटर के लिए साफ और स्वच्छ पानी का इस्तेमाल करें दूषित पानी का इस्तेमाल ना करें।
• व्हाइट फंगस का घरेलू इलाज क्या है?
इस फंगस का अभी तक कोई भी घरेलू इलाज नहीं है और डॉक्टरों की मानें तो वाइट फंगस बीमारी में घरेलू इलाज करना बिल्कुल उचित नहीं है इसलिए अगर किसी व्यक्ति को भी ऊपर दिए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए ना कि घरेलू इलाज करना चाहिए।
लेकिन अगर आप स्वस्थ हैं और आपको किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो रही है तब आप इससे बचने के लिए अपनी इम्युनीटी बढ़ाने का सोच सकते हैं अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए कार्य कर सकते हैं इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आप इन चीजों को कर सकते हैं
• अच्छी और संपूर्ण नींद लेने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और हमारा दिमाग भी तंदुरुस्त रहता है
• अच्छा और पौष्टिक भोजन खाने से हमारा शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ रहते हैं और हम आसानी से बीमार नहीं पड़ते
• तनाव बढ़ने से हमारे दिमाग पर काफी गहरा असर पड़ सकता है इसलिए तनाव को कम करें इसके लिए आप योगा एक्सरसाइज मेडिटेशन आदि जैसी चीजें अपना सकते हैं नियमित रूप रूप से एक्सरसाइज करने से हमारी इम्युनिटी बढ़ती है और हमें आसानी से किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती
• योग और मेडिटेशन दो ऐसी चीज है जिन्हें हमें नियमित रूप से करना चाहिए इन दोनों को अपने जीवन में अपनाकर आप अपने जीवन को काफी हद तक सुधार सकते हैं
• अगर आपका वजन ज्यादा है तो अपने वजन को कम करें और अपना वजन बढ़ने ना दें क्योंकि मोटापा बहुत सारी बीमारियों की जड़ है और अगर आपको एक बार मोटापा हो जाएगा तो आपका शरीर बीमारियां से घिर जाएगा।
• व्हाइट फंगस के कारण क्या है ?
व्हाइट फंगस हमारे फेफड़ों, अग्नाशय किडनी, गुप्तांगों को संक्रमित कर सकता है और यह आमतौर पर नाक और मुंह के रास्ते शरीर में प्रवेश करता है अभी सभी तत्वों के आधार पर सिर्फ हम यह कह सकते हैं कि इम्यूनिटी का कम होना ही व्हाइट फंगस की जड़ हैं
• अगर किसी व्यक्ति की इम्युनिटी हद से ज्यादा कमजोर हो जाती है तो उसे व्हाइट फंगस गंभीर रूप से प्रभावित करता है जैसे ही किसी व्यक्ति की इम्युनिटी कम होती हैं यह फंगस उस पर हावी हो जाता है और उसे संक्रमित करने लगता है
• कोविड-19 इन्फेक्शन में मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी हद तक कम हो जाती है जिसकी वजह से यह फंगस होने का खतरा बढ़ जाता है
• कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले स्टेरॉयड और एंटीबायोटिक दवाइयों की वजह से भी मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी हद तक कमजोर हो जाती हैं और जिसकी वजह से व्हाइट फंगस होने का खतरा बढ़ जाता है
• कोविड-19 संक्रमित लोग जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर होते हैं उनमें भी ये फंगस होने की संभावना बहुत अधिक होती है
• ऑक्सीजन मीटर में टंकी या दूषित पानी का इस्तेमाल करने के कारण भी व्हाइट फंगस हो सकता है
• जिन मरीजों को डायबिटीज एचआईवी एड्स कैंसर आदि है और जो लोग कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी ले रहे हैं उन्हें व्हाइट फंगस होने का खतरा काफी हद तक होता है
•जो लोग अस्थमा के लिए स्टेरॉइड ले रहे हैं ऐसे लोगों में भी ये फंगस होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती हैं
" मैं आशा करती हूं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा इस आर्टिकल में हमने बताया है कि वाइट फंगस क्या है वाइट फंगस क्यों होता है वाइट फंगस का इलाज क्या है वाइट फंगस के कारण क्या है और वाइट पंकज से बचाव के उपाय अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो आप के कोई सवाल या जवाब हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं हम आपके सवालों का जवाब देने का प्रयास अवश्य करेंगे"
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