सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खर्राटों को कैसे ठीक किया जा सकता है। ( Snoring in Hindi )

                        ( Snoring ) 

खर्राटे दिन प्रतिदिन गंभीर समस्या बनती जा रही हैं काफी सारे लोगों को इनकी वजह से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि उनके आसपास के लोग यह शिकायत करते हैं कि खर्राटे के कारण उनकी नींद खराब हो जाती हैं।

 इस के संदर्भ में यह बात काफी चौंकाने वाली है कि खर्राटे से पीड़ित व्यक्ति को तब तक इस बात का पता ही नहीं चलता कि वह इस से पीड़ित हैं जब तक कि कोई दूसरा व्यक्ति उन्हें यह ना बताएं। 
लोगों में खर्राटे की जानकारी ना होने के कारण वे इसका इलाज नहीं करा पाते हैं। इसी कारण उनमें इस समस्या की जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है ताकि वह इसका इलाज सही तरीके से करा सके।

 यदि आप या आपकी जान पहचान में किसी व्यक्ति को खर्राटे की समस्या है तो उसे इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसमें हमने इस बीमारी से जुड़ी आवश्यक जानकारी दी हैं।


• खर्राटे के कारण क्या है ?
अलग-अलग लोगों को खर्राटे अलग-अलग कारणों से हो सकते हैं ऐसे में किसी भी व्यक्ति के लिए यह समझना मुश्किल हो जाता है।
इसके बावजूद खर्राटे मुख्य रूप से निम्न तरीके से हो सकते हैं।  
1.शराब का अधिक मात्रा में सेवन करना 
खराटे होने का प्रमुख कारण शराब का अधिक मात्रा में सेवन करना है। ऐसा करने से नाक गले और दिमाग पर बुरा असर होता है और खराटे जैसी बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
 2. नाक संबंधी समस्या होना 
खर्राटे होने की संभावना नाक से जुड़ी समस्या से पीड़ित लोगों में भी देखने को मिलता है।
 3. पर्याप्त मात्रा में नींद न लेना
 यदि कोई व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं लेता है तो उसे खराटे की समस्या हो सकती हैं। इसी कारण सभी लोगों को पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए। 
4. गलत तरीके से सोना 
सभी लोगों को सोने का तरीका अलग अलग होता है एक और कुछ लोग सीधे सोते हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोग अलग तरीके से सोते हैं इसी कारण उनके सोने का कारण उन्हें खर्राटे जैसी बीमारी का शिकार बना सकता है।
5. अधिक वजन का होना 
अक्सर खर्राटे के ऐसे मामले देखने को मिलते हैं।जिनमें इसकी शुरुआत अधिक वजन के साथ होती हैं।


• खर्राटे का इलाज कैसे किया जा सकता है ?
यदि किसी शख्स को खराटे से पीड़ित होने की पुष्टि होती है तो वह निम्न तरीके से इससे छुटकारा पा सकता है

1. जीवन शैली में बदलाव करना 
खर्राटे का इलाज करने का सबसे आसान तरीका जीवनशैली में बदलाव करना है जो कि खराटे मुख्य रूप से अधिक वजन, शराब का सेवन करने ,सोने के गलत तरीके इत्यादि की वजह से होता है।इसलिए लोगों को इसे ठीक करने के लिए इन सभी आदतों को बदलना चाहिए। ताकि खर्राटे की समस्या दूर हो सके
 2. दवाई लेना
 जीवनशैली में बदलाव करने के अलावा खर्राटे का इलाज दवाई के द्वारा भी संभव है। यह दवाई व्यक्ति के नाक और गले की कार्य क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ खर्राटे को दुर करती हैं।
3. लेजर थेरेपी करना 
क्योंकि, खर्राटे की बीमारी नाक संबंधी समस्याओं की वजह से भी होती है। इसी कारण इसे दूर करने के लिए लेजर थेरेपी का सहारा भी लिया जा सकता है।
4. मास्क का इस्तेमाल करना 
अकसर डाक्टर खर्राटे से पीड़ित लोगों को मास्क देते हैं जो सोते समय उन्हें राहत देते हुए खर्राटे को होने से रोकता है। 
5. सर्जरी कराना 
 पीड़ित लोगों को किसी भी तरीके से आराम नहीं मिलता है तब डॉक्टरों द्वारा नाक की सर्जरी कराने की सलाह देते हैं। इस सर्जरी को कराने की मुख्य रूप से ऐसी स्थिति में दी जाती है जब खराटे अपनी चरम सीमा तक पहुंच जाते हैं।


 इन कुछ सावधानियों को बरतकर खर्राटे की रोकथाम कर सकते हैं।
• रात में सही समय पर सोना।
• सोने से बिल्कुल पहले कुछ ना खाना।
• नाक में डालने वाली दवाई का सेवन करना।
• वजन को कंट्रोल करना।
• योगा करना।

कराटे कुछ समय के बाद गंभीर रूप ले सकते हैं जिसकी वजह से इस से पीड़ित लोगों को जानलेवा बीमारियां भी हो सकती हैं। इसके बावजूद यदि लोगों में खर्राटे को लेकर जागरूकता हो तो वह इसका सही तरीके से इलाज करा सकते हैं।

" इस प्रकार हमें उम्मीद है कि आपके लिए इस लेख को पढ़ना उपयोगी साबित हुआ होगा।क्योंकि इसमें हमने खर्राटे से जुड़ी कुछ आवश्यक जानकारी दी है जो आपके और आपके प्रियजनों के लिए उपयोगी साबित होगी।"



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए बहुत बढ़िया टिप्स।

1. स्वस्थ जीवनशैली के लिए यह सुबह की डिफ़ॉल्ट दिनचर्या होनी चाहिए। पानी आपको एक स्वस्थ शुरुआत देता है क्योंकि यह शरीर में पोषक तत्वों के उचित संचार में मदद करता है। जल शरीर की परिवहन प्रणाली के रूप में कार्य करता है।यह अभ्यास हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और बृहदान्त्र को साफ करता है जिससे यह विभिन्न खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण को सक्षम बनाता है। यह आपके वजन घटाने के प्रयासों में मदद कर सकता है। सुबह सबसे पहले पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर त्वचा की चमक बढ़ाने में मदद करता है। यह त्वचा को पसीने के माध्यम से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने, शरीर की कोशिकाओं को नवीनीकृत करने का काम करने में भी मदद करता है। 2. एक स्वस्थ जीवनशैली का आपके भोजन के समय पर बहुत प्रभाव पड़ता है। चूँकि नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है नाश्ता करने का सबसे अच्छा समय सुबह 7 बजे या जागने के पहले घंटे के भीतर है। 3. सुबह का समय बहुत व्यस्त हो सकता है, लेकिन वजन घटाने के लिए सुबह व्यायाम के लिए कम से कम 15 मिनट का समय निकालने का प्रयास करें। एक स्...

ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) इसके लक्षण, कारण व बचाव क्या है।

Breast Cancer स्तन कैंसर एक ऐसी स्थिति है जब कुछ जीनों में परिवर्तन के कारण स्तन कोशिकाएं विभाजित होने लगती हैं और अनियंत्रित रूप से बढ़ने और फैलने लगती हैं। ब्रेस्ट कैंसर क्या ? स्तन कैंसर महिलाओं को होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है। स्तन कैंसर एक ऐसी स्थिति है जब कुछ जीनों में परिवर्तन के कारण स्तन कोशिकाएं विभाजित होती हैं और अनियंत्रित रूप से बढ़ने और फैलने लगती हैं। आम तौर पर, स्तन के दूध उत्पादक ग्रंथियों (लोब्यूल) या पथ (नलिकाओं) में कैंसर बनता है, जो ग्रंथियों से निप्पल तक दूध पहुंचाता है। फैटी या स्तन के रेशेदार संयोजी ऊतक कैंसर कोशिकाओं के लिए हॉटस्पॉट भी हो सकते हैं।कुछ मामलों में कैंसर कोशिकाएं आपकी बाहों के नीचे लिम्फ नोड्स तक पहुंच सकती हैं और शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैल सकती हैं। ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार स्तन कैंसर के विभिन्न प्रकार और चरण होते हैं। इसके अलावा, यह पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है, हालांकि ऐसे बहुत कम केस होते हैं। मोटे तौर पर स्तन कैंसर के दो प्रकार होते हैं: इन्वेसिव (तेजी से फैलने वाला) और नॉन-इन्वेसिव (धीरे धीरे फैलने वाला)। 80% ब्रेस्ट कैंसर इन्वेस...

किन बिमारियों का शिकार महिलाओं से अधिक पुरूष होते हैं।

Men's Health Problems दुनिया भर में हर साल करोड़ों लोग तरह-तरह की बीमारियों का शिकार होकर अपनी जान गवा देते हैं। इनमें Heart related disease,cancer,Diabetes आदी प्रमुख है। •   धूम्रपान छोड़ने के उपाय। दरअसल इनमें से कहीं ऐसी जानलेवा बीमारी है। जो महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को प्रभावित करती हैं। क्योंकि महिलाओं के जीवन में पीरियड, प्रेगनेंसी, मैनोपोज जैसी कहीं दिक्कते आती हैं इसलिए आमतौर पर महिलाएं डॉक्टर के पास ज्यादा विजिट करती हैं और इनकी कुछ स्वास्थ्य समस्याएं शुरुआती अवस्था में ही पकड़ में आ जाती हैं। जबकि ज्यादातर पुरुष अपने स्वास्थ्य समस्याओं के लिए डॉक्टर के पास बहुत कम जाते हैं। इसलिए उनकी बीमारी आमतौर पर स्थिति खराब होने के बाद ही पकड़ में आती हैं। आज हम आपको ऐसी बीमारियां बता रहे हैं। जिनका शिकार दुनिया भर में महिलाओं से ज्यादा पुरुष होते हैं। ● Hypertension ( हाइपरटेंशन ) महिलाओं की तुलना में पूरे देश में पुरूष हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर से अधिक ग्रसित होते हैं। 60 वर्ष की उम्र के बाद पुरुषों में हाइपरटेंशन काफी ज्यादा नजर आता है। यह बात बिल्कुल सही है कि महिला क...