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इन बातों का ध्यान रखा जाये , तो नहीं होती है हाई ब्लड प्रेशर (BP) की परेशानी।


High Blood Pressure : 
                                       कई बार लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो जाते हैं। जिसका खामियाजा उन्हें किसी बीमारी की चपेट में आकर भुगतना पड़ता है। खराब आदतों के कारण जो बीमारियां पहले बुजुर्गों को अपना शिकार बनाती थी। उनमे अब युवा भी पीड़ित नजर आते हैं और नियमित ब्लड प्रेशर भी इन्हीं समस्याओं में से एक हैं।  सिर दर्द ,चक्कर आना, सांस में परेशानी ,नींद ना आना, सांस फूलना, नाक से खून निकलना आदि हाई बीपी के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं।  हृदय रोग जैसे कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण में से एक उच्च रक्तचाप की परेशानी को हल्के में लेने से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। हाई ब्लड प्रेशर का मुख्य कारणों में लापरवाह जीवन शैली और खाने-पीने की आदतों असावधानी है।

हाई ब्लड प्रेशर बहुत ही खतरनाक होता है इसमें नसों में खून का बहाव तेजी से होने लगता है ।
लेकिन अगर हम थोड़ी सी सावधानी बरतें तो इस बीमारी से बच सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले हमें अपने खाने-पीने पर ध्यान देना होगा । हम जो भी भोजन खाते हैं उसमें यह ध्यान रखें कि हमारे भोजन में वसा की मात्रा कम हो । क्योंकि अधिक घी , तेल और मसाले खाने से हमारा रक्तचाप बढ़ जाता है और हमें परेशानी होती हैं।

नमक से बनाएं दूरी :
हमें अपने भोजन में नमक,मिर्च का उपयोग कम से कम करना चाहिए और खाना बनाते समय जितना नमक -मिर्च डाला जाए, सिर्फ उतने से ही खाना खा लेना चाहिए ऊपर से कच्चा नमक मिर्च डालकर ना खाएं। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

मेडिटेशन से जोड़े नाता :
जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हाई रहता है उन्हें मेडिटेशन या ध्यान करना चाहिए । ध्यान करने से हमारा दिमाग शांत रहता है। जिससे हमारा ब्लड प्रेशर भी हाई नहीं होता है। इससे हमारे दिमाग में रिलैक्स हार्मोन बनने लगते हैं। जिससे बढ़ा हुआ BP भी नियंत्रित हो जाता है।

नियमित तौर पर दवाई लें :
अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है तो ब्लड प्रेशर की दवाई रोजाना नियमित समय पर लें। यदि ब्लड प्रेशर हाई हो तो जान को खतरा भी हो सकता है। इस को हल्के में ना लें। हम थोड़ी सी सावधानी से रह कर अपने जीवन को परेशानियों से बचा सकते हैं।

गुस्से को कंट्रोल करने की कोशिश करें :
हाई ब्लड प्रेशर में बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। और व्यक्ति बहुत चिड़चिड़ा महसूस करता है। इसमें कई बार बेहोशी सी भी महसूस होती हैं। ज्यादा गुस्सा अपने शरीर को ही नूकसान करता है। और इसके कारण हमारा व्यवहार भी बदल जाता है और आक्रामक हो जाता है।

चिंता है चिता का समान :
ब्लड प्रेशर के स्तर को बढ़ाने में तनाव यानी की चिंता मुख्य भूमिका निभाता है। जो लोग रोजाना किसी न किसी बात को लेकर अवसाद में रहते हैं उन्हें हाई बीपी का खतरा भी अधिक होता है। ऐसे में अगर आप इस समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो टेंशन से दूरी बनाए रखें।

शारीरिक और असक्रियता और मोटापा :
वैसे लोग जिनका वजन अधिक है और जो शारीरिक गतिविधियों में कम हिस्सा लेते हैं उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती हैं। माना जाता है कि फिजिकल एक्टिविटीज हाई ब्लड प्रेशर को कम करने का सबसे अच्छा और आसान तरीका हो सकता है। वही वजन कम करना भी हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।

डाइट में इन्हें भी करें शामिल :
लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ ही हेल्थी खानपान भी जरूरी है। BP को कंट्रोल में रखने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ कई खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। BP का स्तर सामान्य रहे, इसके लिए जरूरी है कि शरीर में पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन पर्याप्त मात्रा में मौजूद हो ऐसे में लोगों को सब्जियों में पालक, ब्रोकली और गाजर का सेवन करना चाहिए। वही फलों में केला, शकरकंद, तरबूज और कीवी भी खाना फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा बादाम, अखरोट और कॉफी का सेवन भी उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करता है।




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